साक्षात्कार
जनजातियों को मुख्यधारा से जोड़ने के प्रयास जारी हैं (सुप्रसिद्ध लेखिका भूतपूर्व गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा  का जन्म 27 नवंबर, 1942, छपरा गाँव (बिहार) में माँ अनुपा देवी और पिता छबीले सिंह के यहाँ हुआ। गाँव के प्रथम शिक्षित पिता की अंतिम संतानलेखिका की यात्रा बड़ों की गोद और कंधों से उतरकर पिताज…
साक्षात्कार
बाहर से आये लोग, और वे लोग जो यह कि चुनाव हारने के बाद जब मैंने चेतना' में एक जगह कहा है कि बाहर से आकर सैकड़ों वर्षों से वहाँ रह वहाँ के लोगों को संबोधित किया तो पूर्वोत्तर राज्य जैसे असम, त्रिपुरा, रहे थे, साथ ही वहाँ के मूल आदिवासी वहाँ लगभग दस हजार लोग इकट्ठा मणिपुर के साथ भारत के समय-समय ल…
साक्षात्कार
आदिवासियों के लिये आंदोलन और लेखन मेरा एक ही है (रमणिका गुप्ता से कुसुमलता सिंह की बातचीत) 22 अप्रैल, 1930 को सुनाम (पंजाब) में जन्मी रमणिका गुप्ता अनेक सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं से संबद्ध रहीं। वे बिहार/झारखंड की पूर्व विधायक व विधान परिषद् की पूर्व सदस्य रह चुकी हैं। आज भी वे मजदूरों, आदिवासी…
राधिकारमण प्रसाद सिंह
हिंदी साहित्य में उजला कोना राधिकारमण प्रसाद सिंह (10 सितंबर 1890-24 मार्च 1971) राधिकारमण प्रसाद सिंह का बिहार के सूर्यपुरा, शाहाबाद में संभ्रांत कुल में जन्म हुआ था हिंदी के मंच पर आप कहानी लेखक के रूप में 1913 के आसपास आए। उसी साल अपकी एक कहानी ‘कानों में कंगना' काशी की इंदू नामक पत्रिका में…
आदिवासी भाषा विमर्श
आदिवासी भाषा विमर्श • उपस्थिति आदरणीय मंच और सभागार में उपस्थिति सभी विद्वतजन! आज जिन दो पुस्तकों का लोकार्पण हुआ उनमें ककसाड़ का पांचवें वर्ष का पहला अंक, जो अक्टूबर 2020  अंक है और एक छोटी सी मुलाकात  पुस्तक . _ककसाड़ का यह 49वां अंक है और इसमें हमेशा की तरह विविध साहित्यिक विधाओं का झरोखा सम्मिल…
sakshatkar
संपादकीय वर्तमान वैश्विक अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार नववर्ष का प्रवेशांक आपके हाथों में है, हालांकि अलग-अलग समुदाय अपनी मान्यताओं तथा परंपराओं के अनुसार अलग-अलग समय नववर्ष मनाते हैं। हिब्रू मत के अनुसार नववर्ष ग्रेगरी कैलेंडर में 5 सितंबर से 5 अक्टूबर के बीच कहीं पड़ता है, इस्लामी कैलेंडर पूर्णतः चं…